आज के गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर, मैं सभी आमंत्रित गणमान्य व्यक्तियों का हार्दिक स्वागत करता हूँ और गणतंत्र दिवस समारोह की प्रस्तावना की शुरूआत करता/करती हूँ|
हमारी मात्रभूमि कई वर्षों तक ब्रिटिश सरकार के अधीन थी। उस समय अंग्रेजी हुकूमत ने भारतीय लोगों को ज़बरदस्ती अपने कानून का पालन करने को कहा और ना मानाने वालों के साथ अत्याचार भी किया। कई वर्षों के संघर्ष के बाद भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों की कड़ी मेहनत और जीवन न्योछावर करने के बाद भारत को 15 अगस्त 1947 को आज़ा मिली।
स्वतंत्रता के ढाई वर्ष के बाद भारत सरकार ने स्वयं का संविधान लागु किया और भारत को एक प्रजातांत्रिक गणतंत्र घोषित किया। लगभग 2 वर्ष, 11 महीने और 18 दिन के बाद 26 जनवरी 1950 को भारत के संविधान को भारत की संविधान सभा में पास किया गया। इस घोषणा के बाद से इस दिन को प्रतिवर्ष भारतीय लोग गणतंत्र दिवस के रूप में मनाने लगे।
हर साल रिपब्लिक डे मनाना भारतीय लोगों और दुसरे देशों में रहने वाले भारतीय लोगों के लिए बहुत ही सम्मान की बात है। यह दिन सभी भारतीय लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता है और सभी लोग बहुत ही ख़ुशी और उत्साह के साथ इस दिन को मनाते हैं।
लोग इस दिन का बड़ी बेसब्री से इंतज़ार करते हैं और कई दिन पहले से ही इसकी तैयारी करने में जुट जाते हैं। गणतंत्र दिवस के उत्सव के दिन राजपथ में एक महीने से तैयारियाँ शुरू हो जाती है और इंडिया गेट के रास्ते को सुरक्षा के नज़रिए से बंद कर दिया जाता है ताकि किसी भी प्रकार की भी आक्रामक गतिविधियाँ ना हो सकें।
भारत की राजधानी दिल्ली और सभी राज्यों के राजधानी में इस उत्सव को बहुत ही बड़े तरीके से मनाया जाता है। उत्सव के दिन सबसे पहले भारतीय तिरंगे या राष्ट्रिय ध्वज को भारत के राष्टपति फहराते हैं उसके बाद भारत का राष्ट्रगान " जन गन मन " गाया जाता है।
उसके पश्चात बाकि कार्यक्रम शुरू होते हैं जैसे भारतीय सेना का परेड, सभी राज्यों की संस्कृति को दर्शाते हुए झांकी, और भारत के शक्ति को दर्शाते मिसाइल, सांस्कृतिक और देशभक्ति गिजों पर नृत्य और आखरी में कई प्रकार के पुरस्कार वितरण किये जाते हैं।
स्कूल और कॉलेज के छात्र भी इस उत्सव को मनाने के लिए उत्सुक रहते हैं इसलिए वे भी एक महीने पहले से इसकी तैयारी में लगे रहते हैं। जिन भी छात्रों ने शैक्षणिक सत्र में खेल, पढाई या अन्य कार्यक्रमों में अच्छा किया हो उन्हें इस दिन पुरस्कार और सर्टिफिकेट दे कर सम्मान दिया जाता है।
इस सम्मान के दिन पर हर भारतीय व्यक्ति यह प्रण लेते है कि वो अपने संविधान की रक्षा करेंगे और देश में शांति और सद्भाव बनाये रखेंगे ताकि इससे देश को विकसित बनाने में मदद मिले।
जय हिंद, जय भारत!!